शाबर मंत्र सिद्धि में आत्म सुरक्षा
शाबर मंत्र सिद्धि में आत्म सुरक्षा
ॐ नमो आदेश गुरु को !
अजरी बांधू वजरी बांधू बांधू दसई किवाड़ ,
आन पड़ी हनुमान की रक्षा राम की कार।
पहली चौकी गज गणपति की ,
दूजी विकत वीर हनुमान।
तीजी चौकी भुमिया भैरव ,
चौथी नरसिंह की आन।
जो इन्हई चौकी का लांघे ,
तुरतहि धूल भसम हो जावे।
दुश्मन -वैरी जो कोई करे ,
उलट वाही पे उल्टा पड़े।
मेरी रक्षा गुरु गोरख करें ,
सत्यनाम आदेश गुरु को।
आत्म सुरक्षा का पहला मंत्र
उत्तर बांधों , दक्खिन बांधो , बांधो मरी मसानी
डायन , भूत के गुण बांधो बांधो कुल परिवार
नाटक बांधो , चाटक बांधो , बांधो भुइयां वैताल
नजर गुजर देह बांधो , राम दुहाई फेरों।
आत्म सुरक्षा का दूसरा मंत्र
जल बांधों थल बांधों , बांधों अपनी काया
सात सौ योगिनी बांधों , बांधों अपनी काया
दुहाई कामरू कामाक्षा नैना योगिनी की
दुहाई गौरा पार्वती की , दुहाई वीर मसान की
आत्म रक्षा का सिद्ध साबर मंत्र
छोटी मोटी थमंत वार को वार बांधे
पार को पार बांधे , मरघट मसान वांधे
टौना टंवर बांधे , जादू वीर बांधे
दीठ मूठ बांधे , चोरी छीना बांधे
भेड़िया वाघ बांधे , लखूरी सयार बांधे
बिच्छू और सांप बांधे , लाइल्लाह का कोट
इल्ललाह की खाई , मोहम्मद रसूलिल्लाह
हजरत अली दुहाई की चौकी
हनुमान जी की आन का शाबर मंत्र
जय बाबा वीर हनुमान बारह वर्ष के जवान
हाथ में लड्डू मुख में पान
हांक मारत आय बाबा हनुमान
मेरी करो रक्षाई नहीं तो अंजनी माता की दुहाई
मेरी भक्ति गुरु की शक्ति , फूरो मंत्र ईश्वरो वाचा।
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